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Bihar News: बिहार में 33,893 शिक्षकों की नौकरी खतरे में, फिर से मिलेगा काउंसेलिंग का मौका हजारों शिक्षकों को

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Bihar Teacher News: जैसा की सूत्रों के अनुसार आपको बता दे की बिहार में कार्यरत 33893 शिक्षकों को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दीपावली से पहले बड़ी सौगात दी है। और स्थानीय निकाय शिक्षक साक्षमता परीक्षा 2024 प्रथम के सफल अभ्यर्थियों की काउंसलिंग के संबंध में हुई बैठक के बाद यह फैसला हुआ है की सक्षमता परीक्षा में पास होने के बाद भी जिन शिक्षकों का किसी न किसी कारण से काउंसलिंग नहीं पाया, और वैसे काउंसलिंग से वंचित 33893 शिक्षकों को सरकार एक बार फिर से मौका दे रही है, और ताकि वह अपना काउंसलिंग करा सकें। इस बात का निर्णय माध्यमिक शिक्षा के निदेशक की अध्यक्षता में 15 अगस्त 2024 को किये गये और बैठक में लिया गया है। और बैठक में नोडल पदाधिकारी विभागीय कमांड एंड कंट्रोल सेंटर द्वारा जिलों में 13 सितंबर तक संपन्न काउंसलिंग का आंकड़ा प्रस्तुत किया गया, जो जिसमें यह बताया गया कि निर्धारित लक्ष्य के अनुसार 1,87,818 अभ्यर्थियों का काउंसलिंग किया जाना था, लेकिन आज काउंसलिंग में 1,84,452 अभ्यर्थी ही उपस्थित हो पाए। शेष 3366 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे।

जैसा की बिहार के 48 हजार से अधिक सक्षमता परीक्षा पास नियोजित शिक्षकों को फिर से काउंसिलिंग का मौका शिक्षा विभाग देगा. और शिक्षा विभाग ने इस संबंध में आधिकारिक निर्णय ले लिया है. और शिक्षा विभाग के माध्यमिक शिक्षा निदेशक योगेंद्र सिंह ने गुरुवार को इस संबंध में जरूरी आदेश भी जारी कर दिये हैं. जैसे ही जानकारी के अनुसार सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण एक लाख 87 हजार शिक्षकों की काउंसिलिंग होनी थी. और इनमें से 48,184 की काउंसिलिंग विभिन्न कारणों से अधूरी रह गयी है. इनमें 3366 ऐसे थे, जो उपस्थित ही नहीं हुए थे.

यही वजह से नहीं हो पाया काउंसलिंग
जैसा की आपको बता दू की उपस्थित 1,84,452 अभ्यर्थियों में से 1,73,527 अभ्यर्थियों का काउंसलिंग हो पाया। शेष 10,925 अभ्यर्थियों का काउंसिल नहीं हो पाया। जो की काउंसलिंग नहीं हो पाने की वजह यह है कि उन अभ्यर्थियों में 10219 अभ्यर्थियों का बायोमेट्रिक सत्यापन तो हुआ है लेकिन उनका आधार मिसमैच हो गया। और 32 शिक्षक अभ्यर्थियों के आधार का सत्यापन हुआ है लेकिन उनके बायोमेट्रिक का मिलान नहीं हो पाया। जो की 239 शिक्षक अभ्यर्थियों का न तो आधार मिला और न ही बायोमेट्रिक का सत्यापन हो पाया। जो की 311 ऐसे शिक्षक अभ्यर्थी हैं जिनका बायोमेट्रिक और आधार सत्यापित हुआ लेकिन मोबाइल नहीं रहने के कारण ओटीपी नहीं जा सका। और 124 ऐसे शिक्षक अभ्यर्थी हैं, जिनका बायोमेट्रिक और आधार सत्यापित हो गया लेकिन प्रमाण पत्र का सत्यापन नहीं हो पाया इसके वजह से काउंसलिंग नहीं हो पाया है

जैसा की 33,893 अभ्यर्थियों के लिए लिया गया निर्णय
जैसा की 13 सितंबर तक जिन 1,73,527 अभ्यर्थियों का काउंसलिंग हुआ और उनमें से कुल 1,39,634 शिक्षक अभ्यर्थियों का काउंसलिंग सफलतापूर्वक हो गया। लेकिन शेष 33,893 अभ्यर्थियों का काउंसलिंग कार्य सफल नहीं हो पाया। और इस संदर्भ में बैठक में उपस्थित बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के पदाधिकारियों, विभागीय पदाधिकारी एवं समिति द्वारा चयनित परीक्षा एजेंसी के प्रतिनिधियों के साथ व्यापक विचार विमर्श के बाद सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया और कि ऐसे 3366 शिक्षक अभ्यर्थी जो काउंसलिंग में अनुपस्थित रहे उन्हें काउंसलिंग के लिए पुनः अवसर प्रदान किये जाए। और साथ ही 124 ऐसे शिक्षक अभ्यर्थी जिनका बायोमेट्रिक एवं आधार सत्यापित होने के बावजूद प्रमाण पत्र का सत्यापन नहीं हो पाया है उनको भी काउंसलिंग के लिए बुलाया जाए। ऐसे 311 शिक्षक अभ्यर्थी जिनका बायोमेट्रिक एवं आधार दोनों सत्यापित हुआ परंतु मोबाइल नहीं रहने के कारण ओटीपी नहीं जा पाया और उनको भी काउंसलिंग के लिए बुलाया जाए। और ऐसे में 32 शिक्षक अभ्यर्थी जिनके आधार सत्यापित हुए परंतु बायोमेट्रिक नहीं हो पाया तथा 239 ऐसे शिक्षक अभ्यर्थी जिनका ना तो आधार और ना बायोमेट्रिक सत्यापित हुआ, उनके लिए बिहार विद्यालय परीक्षा समिति से मंतव्य प्राप्त होने पर निर्णय लिया जाएगा।

बहुत सारी गलतियां पाई गई
जैसा की आपको जानकारी के अनुशार आधिकारिक जानकारी के अनुसार 96 शिक्षकों के प्रमाणपत्र प्रथम दृष्टया फर्जी पाये गये हैं.और इनके प्रमाणपत्रों का सत्यापन विभाग के स्तर से गठित समिति करने जा रही है. और समिति अपनी जांच रिपोर्ट संबंधित निदेशालय को सौंपेगी. और इसके बाद निदेशालय की तरफ से आगामी निर्णय लिया जायेगा.और जिसमे से 10,219 ऐसे शिक्षक हैं, जिनका काउंसिलिंग के दौरान बायोमेट्रिक सत्यापित हुए, परंतु नाम और जन्मतिथि में अंतर पाया गया था. और कुछ में आधार संख्या गलत लिखी हुई थी. ऐसे शिक्षकों को अपने आवंटित जिले के जिला शिक्षा पदाधिकारी को आवेदन देंगे. शिक्षकों के आवेदन के आधार पर संबंधित जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) द्वारा संशोधित नाम, जन्मतिथि, आधार संख्या और मोबाइल नंबर को बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के पोर्टल पर अपलोड किया जायेगा. जिला कार्यक्रम पदाधिकारी द्वारा की गयी कार्रवाई का सत्यापन जिला शिक्षा पदाधिकारी के द्वारा किया जायेगा. समिति के निर्देश पर जिलों में जल्द ही आवेदन प्राप्त किये जायेंगे.

इसके बाद क्या होगी प्रक्रिया
जैसे की अभ्यर्थी द्वारा दिए गए आवेदन के आधार पर संबंधित जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) द्वारा संशोधित नाम, जन्मतिथि, लिंग, आधार संख्या एवं मोबाइल नंबर की प्रविष्टि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा विकसित सॉफ्टवेयर पर किया जाएगा और एवं अभ्यर्थी द्वारा दिए गए आवेदन को भी अपलोड किया जाएगा। जो की अभ्यर्थी द्वारा पूर्व में आवेदन भरते समय अंकित किए गए नाम जन्म तिथि लिंग आधार संख्या एवं मोबाइल नंबर सॉफ्टवेयर में यथावत रहेगा और इस पर किसी प्रकार की ओवरराइटिंग नहीं की जाएगी। जो की इस प्रक्रिया के संपन्न होने पर संबंधित शिक्षक अभ्यर्थी का बायोमेट्रिक सत्यापन का पर्किर्या कराया जाएगा।

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